गणतंत्र दिवस 2022     


Poems : Special days26-Jan-2022


सब नियम कायदे बने हैं अच्छे
दुनिया में उदाहरण पेश किया
आज के दिन ही हम लोगों ने
खुद को लिखकर आदेश दिया

धर्म, जाति से उठेंगे ऊपर
सबको बराबर मानेंगे जरूर
सिंधु से समंदर एक हैं हम
इसी बात का तो हमें गुरूर

कुछ हवाएँ कोशिश तो करतीं
पर चिराग़ हमने अखंड जलाया
बात बनाती रही ये दुनिया
सही हम हैं सबको समझाया

सही हमारे सब ज्ञान के ग्रंथ
वेद, उपनिषद या भगवदगीता
सनातन सिर्फ हम ही कहलाते
बिन तलवार है जग को जीता

गणतंत्र हमारा सच्चा गौरव
तन मन, जीवन सब देंगें वार
हर बार अच्छा परिणाम देंगे
परीक्षा कोई ले ले हज़ार

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें

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