लिखता हूँ मन से, इसे बेमन न समझना , याद रखता हूँ पुरानी बातें, बेशरम न समझना | तुम्हारी शादी में मौजूद था मैं भी, भूला ना हूँ दस्तूर, सलिल, आभा डिस्टर्ब ना हों आज रात, कल बधाई करें मंजूर ||
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